केंद्रीय सूचना आयोग ने प्रकरण सी आई सी/ए डी /ए/2009/001438 :डॉ डी के पांडे बनाम स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्णय में कहा है कि प्रत्यर्थी ने कहा कि पहला ज्ञापन जो अपीलार्थी को दिया गया था, में आवश्यक शर्तें एवं उपबंध दिए गए हैं जिन पर डॉ उषा यादव को नियुक्त किया गया था, अपीलार्थी ने शिकायत की कि ज्ञापन दिनांक 06.07.84 में मात्र सामान्य शर्तें और उपबंध ही हैं और डॉ उषा यादव की नियुक्ति पर जारी सही शर्तें व उपबंध नहीं हैं| प्रत्यर्थी ने कहा कि मौलाना आजाद मेडिकल कोलेज से ज्ञापन प्राप्त करने का प्रयास किया किन्तु वहाँ से भी प्राप्त नहीं हुए| सुनने पर आयोग निर्देश देता है कि जन सूचना अधिकारी दिनांक 19.11.84 का ज्ञापन मौलाना आजाद मेडिकल कोलेज अथवा लोक नायक हॉस्पिटल से, यदि उपलब्ध हो तो, अपीलार्थी को दिनांक 20.12.09 तक देगा| यदि ज्ञापन न मिल सके तो जन सूचना अधिकारी वास्तविक स्थिति बताते हुए स्टाम्प पर एक शपथ-पत्र प्रदान करेगा|
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Monday, January 9, 2012
Monday, December 26, 2011
सरकारी विभाग की कार्यप्रणाली में अधिकतम प्रकटन का अनुसरण करें
केन्द्रीय सूचना आयोग ने प्रकरण सी आई सी /पी बी/ए /2007/ 00078 : मैथ्यू पल्मतम बनाम दूर संचार विनियामक प्राधिकरण के निर्णय में कहा है कि प्रत्यर्थी ने आवेदक द्वारा मांगी गयी सूचना के प्रकटन में अनावशयक प्रतिरोध दिखाया है| यदि वे अपने साथियों के लिए इस प्रकार की गोपनीयता बरतते हों तो वे आम नागरिक के लिए किस प्रकार खुलापन व पारदर्शिता अपना सकते हैं| पक्षकारों को सरकारी विभाग की कार्यप्रणाली में अधिकतम प्रकटन का अनुसरण कराने व खुलापन प्रोन्नत करने का परामर्श दिया जाता है|
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