इंदौर। यौन रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश नवाल ने दावा किया है कि सेक्स पॉवर और कामोत्तेजना को बढाने वाली तमाम दवाईयां बेअसर होती है। डॉ. नवाल ने आज यहां कहा कि बाजार में कामोत्तेजना बढाने का दावा करने वाली इस तरह की तमाम दवाईयां और तेल बिक रहा है, लेकिन इस तरह की दवाईओं और तेल से कोई फायदा तो नही होता उलटा नुकसान होने की संभावना ज्यादा रहती है। उन्होने कहा कि कामोत्तेजना एक मानवीय क्रिया है और यह स्वमेव ही निर्मित होती है। उन्होने कहा कि बाजार में इस तरह का दावा करने वाली अलग
अलग किस्म की दवाओं की भरमार है और जापान के नाम पर जापानी तेल और यंत्र बेचे जा रहे है। इस तरह के यंत्र की प्रमाणिकता नही होती है।
अलग किस्म की दवाओं की भरमार है और जापान के नाम पर जापानी तेल और यंत्र बेचे जा रहे है। इस तरह के यंत्र की प्रमाणिकता नही होती है।
उन्होंने कहा कि विशेषकर युवा वर्ग में सेक्स शिक्षा का अभाव है। युवा वर्ग सुनी सुनाई बातों, अश्लील साहित्य और इंटरनेट पर आ रही पोर्न फिल्मों से अपना सेक्स ज्ञान बढाते हैं। जो समस्या का कारण बन जाता है। इस तरह का अधूरा ज्ञान युवा वर्ग को उस यौन सुख से भी वंचित कर देता है जो उन्हें स्वाभाविक रुप से प्राप्त हो सकता है।
उन्होंने कहा कि युवा वर्ग शर्म और हिचक के कारण यौन विशेषज्ञों के पास जाने के बजाय इस तरह के विज्ञापनों में फंस कर अपने आपको असहाय महसूस करने लगते है और उनके दिमाग में कई कुंठाए पनपने लगती है। इसलिए किशोरों को यौन शिक्षा दिया जाना जरूरी है।
उनका कहना है कि किशोरियां भी इस समस्या से अछूती नहीं। इस तरह के विज्ञापनों को प्रचारित करना चिकित्सा विज्ञान में प्रतिबंधित है। इसके बावजूद यह विज्ञापन दिखाएं और प्रसारित किए जा रहे है जिन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। साभार/स्त्रोत : आईबीएन खबर
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