Showing posts with label आईपीसी. Show all posts
Showing posts with label आईपीसी. Show all posts

Friday, September 2, 2011

दोनों बीवी राजी, क्या करेगा काजी?

दोनों बीवी राजी, क्या करेगा काजी?

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' 

अभी तक हम सबने कहावत पढी और सुनी है कि "मियां बीवी राजी, क्या करेगा काजी?" लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा कुछ समय पूर्व सुनाये गये एक निर्णय की गहराई में जाने पर जो बात निकलकर सामने आयी है, उसके आधार पर मैं एक नयी कहावत का सृजन करने का दुस्साहस कर रहा हूँ-"दोनों बीवी राजी, क्या करेगा काजी (कानून)?"